Teachers and students were honored at JCD Dental College
जेसीडी डेंटल कॉलेज में शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को किया गया सम्मानित।
शिक्षक ही हैं हमारी प्रेरणा के स्त्रोत जो हमें हमेशा आगे बढ़ने के लिए करते हैं प्रेरित: डॉ. ढींडसा
जेसीडी डेंटल कॉलेज में भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में शिक्षक दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा मुख्य अतिथि थे और इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कालेज के प्राचार्य डॉक्टर अरविंद सरकार द्वारा की गई। इस अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ के कुल सचिव डॉ. सुधांशु गुप्ता विशिष्ट अतिथि उपस्थित हुए । सर्वप्रथम कॉलेज के प्राचार्य द्वारा मुख्य अतिथि को हरा पौधा देकर स्वागत किया गया। उसके पश्चात कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई, जिसके बाद स्नातक छात्रों द्वारा एकल गायन, नृत्य, युगल गायन और समूह नृत्य जैसी विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
इस अवसर पर मुख्याथिति प्रोफेसर डॉक्टर ढींडसा ने कहा कि अध्यापक की गरिमा बनाए रखते हुए भविष्य में कुशल व सफल डेंटिस्ट बनें तथा समाज व राष्ट्र के विकास में सहयोग दें। उन्होनें कहा कि शिक्षक हमारे समाज का निर्माण करते हैं। वहीं हमारे मार्गदर्शक होते हैं। शिक्षक का स्थान माता पिता से भी ऊंचा होता है। माता-पिता बच्चे को जन्म जरूर देते हैं लेकिन शिक्षक उसके चरित्र को आकार देकर उज्वल भविष्य की नींव तैयार करता है। इसलिए हम चाहें कितने भी बड़े क्यों न होने जाए हमें अपने शिक्षकों को कभी नहीं भूलना चाहिए।यकीन हमें जीवन के हर मुश्किल और अच्छे मोड़ पर टीचर्स की सिखाई बातें याद आती हैं। एक कुम्हार जैसे मिट्टी के बर्तन को दिशा देता है, वैसे ही टीचर्स हमारे जीवन को संवारते हैं। शिक्षक ही हमारी प्रेरणा के स्त्रोत हैं जो हमें हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।
जेसीडी डेंटल कॉलेज के सभी स्टाफ सदस्यों को उनके समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए महानिदेशक महोदय द्वारा मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया, जो अपने विशाल ज्ञान से छात्रों को प्रेरित और मार्गदर्शन करते रहते हैं। इसके बाद स्नातक छात्रों को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए पुरस्कार वितरण किया गया।
बीडीएस प्रथम वर्ष में प्रथम पुरस्कार सुरभि गोयल, द्वितीय पुरस्कार अमिता और तृतीय पुरस्कार यशनूर को दिया गया। बीडीएस द्वितीय वर्ष में निशा को प्रथम, शीतल को द्वितीय तथा दीया व नेहा को तृतीय पुरस्कार दिया गया।बीडीएस तृतीय वर्ष में ख़ुशी मलिक को प्रथम, अनामिका को द्वितीय तथा मोनिका गर्ग को तृतीय पुरस्कार दिया गया। बीडीएस अंतिम वर्ष में रियामा ठकराल को प्रथम, अर्शप्रीत कौर को द्वितीय, मुस्कान यादव को तृतीय पुरस्कार दिया गया। बीडीएस फाइनल की रियामा ठकराल को पेडोडोंटिक्स और प्रिवेंटिव डेंटिस्ट्री विषय में राष्ट्रीय पुरस्कार और स्वर्ण पदक भी मिला और वह ओरल सर्जरी विषय की राज्य टॉपर भी हैं।
कार्यक्रम का समापन प्राचार्य डॉ. अरिंदम सरकार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।